नेपाल इस वक़्त सियासी और सामाजिक हलचल से गुज़र रहा है। युवाओं का ग़ुस्सा सड़कों पर दिखाई दे रहा है। आक्रोशित भीड़ ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मंत्रियों के घरों के साथ-साथ संसद, सुप्रीम कोर्ट और कई सरकारी इमारतों में आगज़नी कर दी। हालात बिगड़ते देख भारत ने चिंता जताई है।
इसी बीच नेपाल सरकार ने सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने की अनुमति दी है। वहीं, एअर इंडिया ने ऐलान किया कि वह फंसे हुए यात्रियों को निकालने के लिए विशेष उड़ानें चला रही है। आज और कल दिल्ली से काठमांडू और वापसी के लिए फ्लाइट्स का इंतज़ाम किया गया है। एयरलाइन ने कहा कि नियमित सेवाएं भी कल से शुरू हो जाएंगी। यात्रियों को उड़ान की जानकारी चेक करने और ज़रूरत पड़ने पर 24×7 कॉल सेंटर से संपर्क करने की सलाह दी गई है।
राज्यों की तैयारियां और मदद
नेपाल में हालात बिगड़ने से कई भारतीय वहां फंस गए हैं। इस पर भारत के अलग-अलग राज्यों ने अपने नागरिकों की मदद के लिए क़दम उठाए हैं—
- आंध्र प्रदेश: मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने बताया कि लगभग 200 तेलुगू लोग नेपाल में फंसे हैं। इसके लिए दिल्ली स्थित आंध्र भवन में आपातकालीन सेल बनाया गया है। कुछ परिवारों को सुरक्षा के लिए गेस्ट हाउस में शिफ्ट भी किया गया है।
- कर्नाटक: मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने काठमांडू एयरपोर्ट पर फंसे 30 कन्नड़ भाषी लोगों की वापसी के लिए विदेश मंत्रालय से तालमेल किया है।
- तेलंगाना: मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के आदेश पर दिल्ली स्थित तेलंगाना भवन में हेल्पलाइन शुरू की गई है।
- गुजरात: मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने केंद्र सरकार से गुहार लगाई है कि वहां फंसे गुजराती पर्यटकों और छात्रों की सुरक्षित वापसी हो।
- राजस्थान: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दूतावास से बात कर हालात की जानकारी ली है। साथ ही पुलिस ने विशेष सेल और हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
- पश्चिम बंगाल: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भरोसा दिलाया है कि बंगाल के पर्यटकों को अगले दो दिनों में वापस लाया जाएगा।
भारतीय दूतावास और विदेश मंत्रालय की मदद
काठमांडू में भारतीय दूतावास ने आपातकालीन नंबर जारी किए हैं, जिन पर व्हाट्सएप कॉल के ज़रिए भी संपर्क किया जा सकता है। विदेश मंत्रालय लगातार हालात पर नज़र बनाए हुए है और राज्यों के साथ तालमेल कर रहा है। काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास से +977-980 860 2881 (व्हाट्सएप कॉल भी) और +977-981 032 6134 (व्हाट्सएप कॉल भी) पर संपर्क किया जा सकता है।
यात्रियों के लिए सलाह
भारतीय दूतावास ने चीन के तिब्बत क्षेत्र में कैलाश मानसरोवर यात्रा करने वालों को भी सावधानी बरतने की हिदायत दी है, ख़ासकर नेपाल के रास्ते आने वाले यात्रियों को।
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