भारत को गर्व है कि, होनहार खिलाड़ी सोहैल ख़ान को कुडो इंटरनेशनल फेडरेशन (KIF) ने M-250 श्रेणी में विश्व में 12वां स्थान दिया है। इस उपलब्धि के साथ उन्होंने आगामी कुडो वर्ल्ड कप 2025 के लिए अपनी जगह पक्की कर ली है। यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट 5 और 6 जुलाई को बुल्गारिया में आयोजित होगा, जिसमें सोहैल खान चार-सदस्यीय भारतीय दल का नेतृत्व करेंगे।
कांस्य पदक से रैंकिंग में छलांग
सोहैल ख़ान ने हाल ही में कुडो यूरेशियन कप 2024 में शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता। इस जीत से उन्हें एक महत्वपूर्ण रैंकिंग पॉइंट मिला, जिसने उन्हें टॉप 12 खिलाड़ियों की सूची में पहुंचा दिया। यह रैंकिंग न केवल उनके करियर की बड़ी उपलब्धि है, बल्कि भारत के लिए भी एक गर्व का क्षण है।

कुडो सर्किट में सोहैल ख़ान एक जाना-पहचाना नाम बन चुके हैं। उनकी उपलब्धियों की सूची प्रेरणादायक है:
- 2017 जूनियर वर्ल्ड कप में स्वर्ण पदक विजेता।
- अक्षय कुमार कुडो टूर्नामेंट में चार बार के अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता।
- 2023 टोक्यो सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे।
सोहैल के पास न केवल तकनीकी ताकत है, बल्कि मानसिक दृढ़ता और देशभक्ति की भावना भी है, जो उन्हें बाकियों से अलग बनाती है।
“विश्व नंबर 1 बनना ही लक्ष्य है”
सीडिंग की घोषणा के बाद एक भावुक प्रतिक्रिया में सोहैल ने कहा:
“विश्व स्तर पर टॉप खिलाड़ियों में शामिल होना मेरे लिए गर्व की बात है, लेकिन यह सिर्फ़ शुरुआत है। मैं एक अरब लोगों के सपनों को अपने साथ लेकर चलता हूं, और मेरा संकल्प है कि भारत को शीर्ष पर पहुंचाना है। यह खून और पसीना—कुछ मायने नहीं रखता जब तक मैं विश्व नंबर 1 नहीं बन जाता। मेरा हर कदम मेरे देश के लिए है।”
उनके इन शब्दों से साफ है कि वह केवल पदक नहीं, बल्कि सम्मान और पहचान के लिए लड़ते हैं।
भारत का दल: युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का मेल
सोहैल ख़ान इस बार चार-सदस्यीय भारतीय दल का नेतृत्व करेंगे, जिसमें शामिल हैं:
- वैष्णवी सिंह (FM -220)
- प्रिया थापा (महिला 220+ वर्ग)
- बाबू चौधरी (M-270)
ये सभी खिलाड़ी 2024 के सीज़न में KIF द्वारा मान्यता प्राप्त प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं और अब वर्ल्ड कप में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे।
M-250 श्रेणी: सबसे कड़ी प्रतियोगिता
जिस श्रेणी में सोहैल हिस्सा ले रहे हैं यानी M-250, उसे कुडो वर्ल्ड कप की सबसे प्रतिस्पर्धी श्रेणियों में से एक माना जाता है। इस वर्ग में दुनिया भर के दिग्गज खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। वरीयता सूची इस प्रकार है:
- रयोता ओनोदेरा (जापान)
- विलियस तारासेविसियस (लिथुआनिया)
- हादझिएव रूसी (बुल्गारिया)
- लाउटारो डियाज़ (चिली)
- एर्माकोव इलिया (रूस)
- रेमस मोगा (रोमानिया)
- रोनाल्ड वर्गास (कोलंबिया)
- मोसेन बाघी नसराबादी (ईरान)
- त्सुबासा टेरासाका (जापान)
- पोचिनी वालेरियो (इटली)
- एंगस क्वांग (कनाडा)
- सोहैल खान (भारत)
यह सूची साफ़ दर्शाती है कि सोहैल कितने प्रतिस्पर्धात्मक माहौल में उतरने जा रहे हैं। लेकिन उनके आत्मविश्वास और तैयारी को देखते हुए, भारत को उनसे पदक की पूरी उम्मीद है।
भारत की उम्मीदें और भविष्य
कुडो जैसे मिश्रित मार्शल आर्ट खेल में भारत की भागीदारी दिन-ब-दिन बढ़ रही है। सोहैल ख़ान जैसे खिलाड़ी न केवल पदक लाते हैं, बल्कि लाखों युवाओं को प्रेरित भी करते हैं कि जोश, मेहनत और समर्पण से सब कुछ संभव है।
वर्ल्ड कप 2025 भारत के लिए सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि गौरव का अवसर है — और सोहैल इस गौरव को ऊंचाई पर ले जाने के लिए तैयार हैं।
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